स्वप्नदोष की रामबाण दवा, स्वप्नदोष को कैसे रोके, के फायदे, नुकसान, चूर्ण, सबसे अच्छी दवा, शीशम के पत्ते, (Swapandosh Meaning, Medicine, Gharelu Ilaj, Tablet, Homeopathic, Ayurvedic Dawa, Yoga)
आज की भाग दोड मिलावटी दुनिया में मनुष्य जाती का विनाश ही हो रहा है और साथ में इस धरती माता का और अनेको जीवों का, अपने गलत कर्मो के कारण आज मनुष्यों को अनेको प्रकार के रोग घेर रहे हैं जिनमे मानसिक शारीरिक अनेको समस्याएँ आपको पकड लेती हैं उन्ही समस्याओ में से एक समस्या है स्वप्नदोष की आज के युवक इससे बहुत ही ज्यादा परेशान हैं वे ब्रह्मचर्य का प्रयास तो करते हैं परन्तु ये स्वप्नदोष उनका पीछा नहीं छोड रहा है।
वैसे तो मैने स्वप्नदोष पर अनेको वीडियो बनाई हुई हैं परन्तु अब जो ये लेख लिख रहा हूँ इसमें अनेको अनेको जानकारी आपके साथ साझा करूँगा लेख का लाभ ये है की इसमें मैं बिच बिच में अच्छी जानकारी जोड़ता रहूँगा स्वप्नदोष के फायदे और नुकसान, लक्षण, योग, रामबाण स्वप्नदोष की सबसे अच्छी दवा सब कुछ जानोगे।
स्वप्नदोष क्या है? (Swapandosh Meaning)
जैसा की नाम से ही पता चलता है की स्वप्न में होने वाला वीर्य दोष इसे ही स्वपन दोष बोलते हैं काफी बार रात के समय स्वपन में ये स्वप्नदोष हो जाता है जो की कामुक स्वप्न का ही परिणाम है जब गंदे स्वप्न वासना को बढाने वाले स्वप्न आते हैं तो आपको स्वप्नदोष हो जाता है
परन्तु इसका ये अर्थ नहीं की केवल स्वप्नदोष तभी होगा जब आपको गलत स्वपन आएँगे कई बार नसों की कमजोरी के कारण भी स्वप्नदोष होजाता है भुत काल की गलतियों और वर्तमान की गलत दिनचर्या भोजन आदि का ही ये असर आज आपके शरीर पर दिख रहा है
स्वप्नदोष के फायदे और नुकसान?
अब आप ध्यान से जानलिजिये की स्वप्नदोष के फायदे और नुकसान क्या है अप सोच रहे होंगे की मैने यहाँ पर ये फायदे शब्द क्यों लिखा इसका सच जानकर आपको काफी हैरानी होगी।
स्वपनदोष के फायदे
- इंटरनेट पर काफी सारे युवक स्वप्नदोष के फायदे लिखकर खोजते हैं।
- जब मैंने इस विषय पर इंटरनेट पर डाटा खोजा तुम मुझे काफी हैरानी हुई यह देखकर की हजारों युवा स्वप्नदोष के फायदे जानने के लिए गूगल पर लिखकर सर्च कर रहे हैं।
- आखिर वह मानसिकता कौन सी है जो युवकों के दिमाग में यह बात डाल रही है कि स्वपनदोष के फायदे होते हैं।
- जो युवा स्वपनदोष के फायदे ढूंढेगा भला उसका जीवन क्या बचेगा निश्चित रूप से भविष्य में विवाह के बाद उसका जीवन नर्क होने वाला है क्योकि दुष्ट लोगो के बहकावे में वो आचुका है।
स्वपनदोष के नुकसान
स्वपनदोष के फायदे तो एक भी नहीं होता है लेकिन नुकसान अनेकों होते हैं आइए आपको कुछ नुक्सान बताता हूँ जो मैने उन युवको में देखें और जाने हैं जिन्हें स्वप्नदोष की समस्या रही है।
- आपके शरीर में वह जोश नहीं रहता है।
- आपका तेज नष्ट हो जाता है कोई चमक चेहरे पर नहीं रहती है मुरझाया मुरझाया चेहरा रहता है।
- स्वपनदष से पीड़ित व्यक्ति का पाचन भी अच्छा नहीं होता है पाचन तंत्र के खराब होने के और भी कारण है परंतु स्वपनदोष भी उनमें से ही एक कारण है और कब्ज आदि के कारण भी स्वप्नदोष हो जाता है।
- आपका शारीरिक बल भी घटता है वो ताकत नहीं रहती जो आपकी आयु के युवको में होनी चाहिए।
- स्वपनदोष अधिक होने वाले व्यक्ति के शरीर में वह स्टैमिना नहीं रहता यानी कि दम नहीं रहता है जैसा दम उसे दूसरों के शरीर में दिखाई देता है।
- स्वपनदोष के नुकसान में सबसे बड़ा नुकसान यह है कि ठगों के द्वारा आपको औषधियों के नाम से लूटा जाता है आपके पैसे लुटे जाते हैं क्योंकि वह ठग हैं इसीलिए वह औषधियों का लालच दिखाकर आपको लूट लेते हैं।
परंतु अब आप घबराएं नहीं यह लेख पढेंगे तो आपको सब समस्या का समाधान मिल जाएगा यह मेरा आपसे वादा है बाकी कुछ समझ ना आए तो कमेंट में आप मुझसे पूछ सकते हैं।
स्वप्नदोष के लक्षण (नाईटफॉल)
आपके शरीर पर स्वप्नदोष के जो लक्षण दिखाई देते हैं आइए उनके बारे में थोड़ा जान लेते हैं।
- जल्दी घबराहट होना।
- याददाश्त का कमजोर होना।
- इच्छाशक्ति का कम हो जाना।
- जल्दी सांस का फूल जाना।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता का घटना।
- हड्डियों का कमजोर होना।
- दूसरे व्यक्तियों का सामना नहीं कर पाना।
- नींद का ठीक से नहीं आना।
- दूसरों के सामने बोलते हुए घबराहट होना ये समस्या दुसरे कारणों से भी होती है।
- किसी काम में मन ना लगना।
इसी प्रकार अनेकों प्रकार की समस्याएं लक्षण दिख सकते हैं और इन सब का समाधान भी बड़ा ही सरल है जो कि मैं आपको आगे बताऊंगा।
स्वप्नदोष क्यों होता है? (Swapandosh Kyu Hota Hai)
मित्रो अब हम जानते हैं की ये Swapandosh kyu hota hai यदि आप ये क्यों को समझ जाएँगे तो आपकी समस्याएँ तो वेसे ही दूर हो जाएगी स्वप्नदोष होने के कुछ कारण इस प्रकार हैं।
- रात को देर से भोजन करने के कारण।
- ज्यादा मिर्च मसाला खाना।
- नशा चाय कोफ़ी आदि की लत के कारण।
- कब्ज का होना कब्ज एक अपने आपमें बडा कारण है।
- फास्टफूड खाने की गलत आदत के कारण।
- सफ़ेद नमक तेज मिर्च मसाले।
- दिन में गलत चिंतन करना फिर स्वप्न गंदे आना और स्वप्नदोष का हो जाना।
- बासी भोजन खाने के कारण।
दोस्तों इसी प्रकार अनेको कारण इसके होते हैं यहाँ मैने कुछ मुख्य कारणों के बारे में बता दिया है।
स्वप्नदोष ठीक करने के लिए योग (swapandosh ke liye yoga)
योगासन प्राणायाम ध्यान यह मनुष्य का जीवन बदलने के लिए पर्याप्त होते हैं यदि स्वप्नदोष की रामबाण दवा की बात की जाए तो अलग अलग आसन संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए संपूर्ण गारंटी माने जाते हैं बस आपको ठीक प्रकार से इन्हे करना आना चाहिए स्वप्नदोष तो छोटी सी समस्या है आसन प्राणायाम से तो बड़े-बड़े रोग ठीक हो जाते हैं।
स्वपनदोष में हमें ऐसे आसन करने चाहिए जो कि आपके पेट पर असर डालें क्योंकि पेट ठीक होगा तो निश्चित रूप से आपको कोई समस्या होगी ही नहीं।
स्वप्नदोष के लिए सूर्यन्मकार करने का तरीका
यदि आप ठीक प्रकार से सूर्य नमस्कार को करें मध्यम गती के साथ करें तो पैर के अंगूठे से लेकर सिर की चोटी तक संपूर्ण व्यायाम आपके शरीर का हो जाता है और उस स्वपनदोष को तो बड़ी आसानी से ठीक किया जा सकता है सूर्य नमस्कार के व्यायाम द्वारा आइए जानते हैं कि सूर्य नमस्कार कैसे किया जाता है।
स्वपनदोष ठीक करने के लिए सूर्य नमस्कार की वीडियो
इस वीडियो में मैंने कुंभक के साथ सूर्य नमस्कार बताया है और उसके फायदे भी बताए हैं इसे करने से आपका पेट ठीक रहेगा और शरीर में भी अनेकों लाभ मिलेंगे।
- यदि आपका शरीर कमजोर है फेफड़े कमजोर है तो कुंभक के साथ सूर्य नमस्कार ना करें।
- फिर आप बिना कुंभक के ही सूर्यनमस्कार करें।
- यदि आप कुंभक के साथ सूर्य नमस्कार करना चाहते हैं तो सूर्य नमस्कार से पहले 30 मिनट तक लम्बे गहरे साँस लेने छोड़ने की क्रिया जरुर करें ।
- और लम्बे गहरे सांस की क्रिया से पहले पुरे शरीर के शुक्ष्म व्यायाम जरुर करें
शुक्ष्म व्यायाम कैसे करें इस वीडियो से सीखिए
यदि आप पहले सूक्ष्म व्यायाम करलेंगे फिर लंबी गहरी सांस लेने छोड़ने की क्रिया कर लेंगे तो आप कुंभक के साथ अच्छी प्रकार से सूर्य नमस्कार कर पाएंगे और कोई समस्या भी आपको नहीं होगी और बहुत ही अच्छा व्यायाम होगा पहले दिन ही आपको आनन्द की प्राप्ति होगी ये वादा है।
शुरू में आप केवल 5 ही सूर्य नमस्कार करना या अपनी क्षमता के अनुसार करना यदि कुंभक के साथ ना करना चाहो तो बिना कुंभक के कर लेना इसके बाद अपनी क्षमता अनुसार धीरे-धीरे सूर्य नमस्कार की संख्या बढ़ा सकते हैं। सूर्य नमस्कार की गती मध्यम ही रखना ज्यादा तेजी नहीं प्रत्येक आसन को अच्छे से करना।
स्वप्नदोष ठीक करने के लिए और सूर्य नमस्कार से पहले करें यह प्राणायाम
जैसा कि मैंने आपको ऊपर बताया है कि सूर्य नमस्कार करने से पहले आप लंबी गहरी सांस लेने छोड़ने की क्रिया का अभ्यास करें मैं यहां आपकी सुविधा के लिए एक वीडियो साझा कर रहा हूं जिसमें मैंने कई प्रकार की सांसो की क्रिया बताई है एक बार आप इस वीडियो को भी ढंग से देख ले और इनका अभ्यास करें खासतौर से लंबे गहरे सांस लेने छोड़ने की क्रिया का फिर इसके बाद आप सूर्य नमस्कार करें कुंभक के साथ या बिना कुंभक के जैसी आपकी इच्छा हो।
अब एक बार सारी बात क्रम से जान लीजिये पहले शुक्ष्म व्यायाम फिर लम्बे गहरे सांस लेने छोड़ने की क्रिया फिर सूर्य नमस्कार इस प्रकार से करें।
स्वप्नदोष की रामबाण दवा है वैदिक प्राणायाम
यदि आप स्वप्नदोष की रामबाण दवा खोज रहे हैं तो वैदिक प्राणायाम से अच्छा कुछ हो ही नहीं सकता चिंता मत कीजिये इन प्राणायाम व्यायाम के बाद खाने वाली सबसे अच्छी दवा भी बताऊंगा पहले आप योग प्राणायाम भोजन के विषय में तो जान लीजिये जो नीव है इसके बिना ओषधी दवा भी बेकार है तो पहले नीव पर ध्यान दीजिये।
जब बात वैदिक प्राणायाम की आती है तो आपको ये जान लेना चाहिए की इन वैदिक प्राणायामों को भगवान शिव भगवान राम भगवान कृष्ण आदि आदि अनेको महापुरुष करते आएं हैं और अनेको योद्धा साधू संत आदि सभी इन्ही वैदिक प्राणायाम को करते आए हैं।
स्वप्नदोष ठीक करने वाले वैदिक प्राणायाम किसे बोलते हैं
महर्षि पतंजलि जी ने योगदर्शन में इन प्राणायाम के बारे में बताया है उसे ही सरल तरीके से हम जानेगे इन प्रनायामो से तो योगी अपने शरीर पर अधिकार कर लेता है आपको तो केवल स्वप्नदोष ही ठीक करना है इसका ठीक होना तो साधारण सी बात है।
वैदिक प्राणायाम कितने होते हैं और उनके नाम क्या क्या हैं?
प्राणायाम 4 प्रकार के होते हैं जिनके नाम ये हैं
- बाह्यवृत्ति।
- आभ्यन्तरवृत्ति।
- स्तम्भवृत्ति।
- बाह्याभ्यन्तर विषयाक्षेपि।
प्राणायाम करने की विधि क्या है?
यहाँ हम 2 प्रकार की विधी सीखेंगे
- बाह्य प्राणायाम
- अभ्यंतर प्राणायाम
बाह्य प्राणायाम की विधी वीडियो से सीखिए
यह प्राणायाम आप की नस नाड़ियों का शोधन अच्छी प्रकार से कर देता है इसकी विधि को आप इस वीडियो के माध्यम से अच्छी प्रकार से सीखिए।
बल बढ़ाने वाली आभ्यंतर प्राणायाम की विधि क्या है?
बात चाहे कुंभ के व्यायाम की हो या शरीर में बल प्राप्ति की हो इसमें आभ्यंतर प्राणायाम बहुत ही ज्यादा लाभदायक सिद्ध होता है इस वीडियो को गंभीरता से देखिए और जानिए कि अभ्यंतर प्राणायाम की विधि क्या है कैसे इसे कैसे किया जाता है?।
वैदिक प्राणायाम पर मैने एक प्लेलिस्ट बनारखी है आप चाहे तो शुरू से इस वैदिक प्राणायाम प्लेलिस्ट की वीडियो देखिये
वैदिक प्राणायाम करते समय सावधानी क्या रखें।
यदि आप वैदिक प्राणायाम करते हैं यानी कुंभक वाले प्राणायाम कर रहे हैं तो आपको इनके बारे में अच्छी प्रकार से जान लेना चाहिए सावधानी क्या-क्या हैं उन्हें जरूर जान लेना चाहिए तभी आपको लाभ होगा और कोई हानि भी नहीं होगी।
- हमेशा सुबह ब्रह्ममुहूर्त में खाली पेट ही वैदिक प्राणायाम करें।
- पेट साफ होने के बाद ही वैदिक प्राणायाम करें यदि पेट साफ ना हो तो यह प्राणायाम ना करें।
- जिनको हृदय रोग है उच्च रक्तचाप है शरीर में अत्यधिक कमजोरी है बीमारी की अवस्था है तो वैदिक प्राणायाम ना करें और कुंभक का व्यायाम भी ना करें।
- गर्मियों के मौसम में वैदिक प्राणायाम की संख्या कम रखी जाती है वर्षा ऋतु में कुछ थोड़ी सी बढ़ा दी जाती है और सर्दी के मौसम में अधिक प्राणायाम किए जा सकते हैं।
- वैदिक प्राणायाम करने वाले व्यक्ति को गर्म तासीर की चीजें नहीं खानी चाहिए किसी भी प्रकार का मिर्च मसाला नहीं खाना चाहिए थोड़ी सी हरी मिर्च खाई जा सकती है परंतु लाल मिर्च और दूसरे तेज मसाले आदि तो बिल्कुल भी नहीं खाने।
- दोपहर को या शाम को वैदिक प्राणायाम नहीं करने चाहिए क्योंकि उस समय का वायु ब्रहममुहूर्त जितना हल्का और शुद्ध नहीं होता।
- जल की मात्रा आपके शरीर में कम नहीं होनी चाहिए पानी पीने का विशेष ध्यान रखें।
- 1 वर्ष तक दूध का सेवन जरूर करें और यदि देसी गौमाता का घी मिल जाए तो रोज एक से दो चम्मच घी भी जरुर पियें और साथ में रात को सोते समय नाक में एक एक दो दो बूंद देसी गाय के घी की जरूर डालें।
- यदि कहीं कोई बहती हुई नदी हो झरना हो तो वहां प्राणायाम करने से अत्यधिक अत्यधिक लाभ मिलता है।
- प्रदूषण की मात्रा अधिक है तो वहां वैदिक प्राणायाम नहीं करनी चाहिए केवल शुद्ध वायु में ही प्राणायाम का लाभ मिलता है।
- रसदार सब्जियां खानी चाहिए जैसे ही या तोरी अरबी आदि।
- दालो में हरी मूंग की दाल सबसे अच्छी है और पचती भी जल्दी है और ताकत से भरपूर होती है।
- सफेद नमक समुद्री नमक का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए सेंधा नमक का सेवन कर सकते हैं जो कि 100 से ज्यादा गुणों की खान है।
स्वप्नदोष की सबसे अच्छी दवा भोजन
यदि कोई मुझसे पूछे स्वप्नदोष की रामबाण दवा सबसे अच्छी दवा कौन सी है तो मैं उसे यही कहूंगा कि भोजन सबसे अच्छी दवा है बस आपको पता नहीं कि आपको कौन सा भोजन खाना चाहिए कैसे खाना चाहिए यदि यह पता हो तो आप के अनेको रोग समाप्त हो जाएंगे।
स्वपनदोष को ठीक करने के लिए कैसा भोजन खाएं
सपन दोष को ठीक करने के लिए हमेशा रसदार भोजन खाएं पोषक तत्वों से भरपूर भोजन खाएं जिन की तासीर सातवीक हो जैसे
स्वप्नदोष को ठीक करने के लिए बलवर्धक सात्विक भोजन की सूची | खाने की वस्तुओं के नाम |
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रसदार सब्जी | घिया, तोरी, टिंडा, भिन्डी, अरवी, आदी |
दालें | हरी मुंग साबुत और छिलके वाली, चने की दाल |
रोटी इनकी खाएं | गर्मी में जौ, चना, ज्वार, सर्दी में बाजरा, रागी, रोटी का चूरमा आदि |
अत्यधिक वीर्यवर्धक बलवर्धक सात्विक भोजन | देसी गाय का दूध, दही, लस्सी, घी, नूनी घी, खीर आदि |
फल क्या खाएं | फलो में आप कोई भी फल मोसम अनुसार खा सकते हैं बस वो अच्छे से पका हुआ हो जैसे आपको आम खाना है तो खट्टा आम ना खाएं जब वो अच्छे से पाक जाए तो ही खाएं |
कैसा भोजन ना खाएं
अब आपको ये भी जान लेना चाहिए की कोनसा भोजन ना खाएं क्योकि गलत भोजन से रक्त दूषित बनता है फिर आखरी धातु वीर्य भी दूषित ही रहता है और काम भाव बढ़ता जाता है
बासी भोजन ना खाएं |
तेज मिर्च मसाले ना खाएं |
प्याज लहसुन नहीं खाना प्याज लहसुन के अपने अपने ओषधिय गुण होते हैं जैसे प्याज गर्मियों में लू लगने से बचाता है लहसुन जोड़ो के रोग से बचाता है आदि, परन्तु लहसुन प्याज से कामुकता बढती है तो ब्रह्मचारियो को प्याज लहसुन नहीं खाना चाहिए |
ब्रह्मचर्य के मार्ग को आसान बनादेंगी ये 2 पीडीऍफ़
स्वप्नदोष की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि (Patanjali)
आयुर्वेद के क्षेत्र में योगासन प्रणाम के क्षेत्र में दुनिया के करोड़ों व्यक्ति बाबा रामदेव पर भरोसा करते हैं और लोगों का जीवन बदलने में इनका बहुत ही बड़ा योगदान है और पतंजलि कंपनी भी बाबा रामदेव ने ही खड़ी की है।
आज हमें काफी सारी औषधियां काफी आसानी से मिल जाती है केवल आचार्य बालकिशन जी और बाबा रामदेव जी की पतंजलि कंपनी के कारण।
बाबा रामदेव ने स्वप्नदोष की दवा के लिए इसके आयुर्वेदिक इलाज के लिए रामबाण दवा के लिए लोगों को बताया भी है लेकिन अनेकों व्येक्तिय तक वो जानकारी नहीं पहुंचती है तो नीचे जो मैं वीडियो दे रहा हूं इसे देखें और हर बात को लिखने और ऊपर बताई गई अच्छी दिनचर्या के साथ प्रयोग करें काफी अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।
स्वप्नदोष की रामबाण दिनचर्या क्या है?
चलिए दोस्तों अब आपको सबसे महत्वपूर्ण दिनचर्या जो हर किसी की होती है और होनी चाहिए इसके बारे में कुछ आपको महत्वपूर्ण जानकारी देता हूं। यदि आप अपनी दिनचर्या को ठीक बनाते हैं तो आप यह पूछना ही भूल जाएंगे कि स्वप्नदोष की रामबाण दवा क्या है?।
- आपको सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाना चाहिए 4:00 से 5:00 तक आपको उठ जाना चाहिए। जब आपका अभ्यास 4:00 से 5:00 का हो जाए तो आप 3:30 बजे भी उठ सकते हैं।
- सुबह उठने पर आपको ताजा कुवे का नल का पानी पीना चाहिए या फिर मटके का पानी पीना चाहिए। और सर्दियों में भी आपको ताजा जमीन का ही पानी पीना चाहिए क्योंकि वह खुद ही गर्मसा होता है। यदि आपको जमीन का ताजा पानी ना मिले तो आप मटके के पानी को ही हल्का गुनगुना करके पी सकते हैं।
- पानी पीने के बाद शरीर को थोड़ा हिलाना डुलाना चाहिए फिर शोच के लिए जाना चाहिए।
- शौच आदि के बाद में आपको व्यायाम और प्राणायाम के लिए तैयार हो जाना चाहिए। व्यायाम और प्राणायाम के लाभ के लिए आप मेरे द्वारा बनाई गई यह वीडियो देख सकते हैं इसमें मैंने राममूर्ति जी के व्यायाम से 1 घंटे का व्यायाम विधि को विस्तार से बताया है।
- व्यायाम आदि के 30 मिनट बाद आपको नहाना चाहिए। नहाने के लिए आप ताजे जल का ही प्रयोग करें। मैं तो सर्दियों में भी ठंडे पानी से ही नहाता हूं। ताजा जल नहीं है तो आप ठंडे पानी से भी नहा सकते हैं। ब्रह्मचर्य का पालन करते करते आपके शरीर में इतनी क्षमता उत्पन्न हो जाती है कि आप सर्दियों में भी ठंडे जल से स्नान कर सके। और अभ्यास मुख्य है।
- नहाने के बाद अब बात आती है भोजन की भोजन में आप जौ का जवार का दलिया खा सकते हैं। सर्दियों में आप जौ ज्वार में बाजरा मिलाकर इसका दलिया खिचड़ी बना कर खा सकते हैं। गाजर की खीर आटे का हलवा बनाकर भी आप सुबह खा सकते हैं। सुबह आप दही खा सकते हैं।
- रात को 9:30 बजे तक आपको सोने की तैयारी कर लेनी चाहिए जिससे 10:00 बजे तक आपको नींद आ जाए। जब आप सोने के लिए लेटते हैं तो उससे आधा घंटा पहले आप हल्का गुनगुना दूध पी सकते हैं यह आपको बल देगा। और सोते हुए ओ३म् का जाप करते हुए आप सो जाएं।
- बाकी जो पढ़ने वाले बच्चे हैं वह यदि रात को पढ़ते हैं तो यह स्वास्थ्य के लिए गलत है। आपको रात को पढ़ने के बजाय सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए। आप ऐसा कर सकते हैं रात को आप 8:30 बजे तक सो जाइए और सुबह 2:30 या 3:00 तक उठ जाइए फिर कुछ देर ईश्वर का ध्यान कीजिए और फिर अपना पढ़ाई में लग जाइए। ऐसा करने से आपके शरीर में भी कमजोरी नहीं आएगी और ब्रह्म्मुह्रत की ऊर्जा का भी आप लाभ ले पाएंगे।
स्वप्नदोष कभी नही होगा बात को समझो पुराने गुरुकुल की बात Video
इस वीडियो को देखने से पहले कापी पेन लेकर बैठें और महतवपूर्ण बातो को लिखलें और पालन करें आशा है की आप सभी को लाभ होगा
नोट:- मित्रो अभी ये लेख पूरा नहीं हुआ है अभी इसमें पूरी ओषधियाँ, चूर्ण, दिन चर्या आदि कई सारी जानकारी लिखनी है तो प्रतीक्षा करें इस एक महीने में धीरे धीरे सारी जानकारी इसमें जोड दूंगा फिर ये एक एसा लेख बन जाएगा जिसके बाद सभी युवाओं को आनन्द की प्राप्ति होगी
लेख का निष्कर्ष और सुझाव
इस लेख का उदेश यही है की आपका जीवन सुधर जाए आपको जीवन जीने के लिए जो श्रेष्ट जानकारी चाहिए वो मिल जाए जो स्वप्नदोष को कैसे रोके, स्वप्नदोष की सबसे अच्छी दवा, स्वप्नदोष की रामबाण दवा प्राणायाम योग व्यायाम आदि ये सब आपको जानने को मिला आगे भी काफी जानकारी इस लेख में जुड़ेंगी जिसकी जानकारी आपको मेरे टेलीग्राम चेनल पर मिल जाएगी
आपके लिए कुछ विशेष लेख जो आपको पढने चाहिए
जिस सुबह स्वप्नदोष हुआ हैं उस सुबह योग ,प्राणायाम या अन्य अभ्यास नहीं करना चाहिए क्या?सुना हूँ कि कुछ हानि होता हैं..
या फिर जैसे साधारण दिन में योगाभ्यास प्राणायाम करते हैं वही दिनचर्या रखें?
ये सब बकवास बाते होती है जो बकवास इंसान करते हैं , स्वपंदोश हो गया कोई बात नहीं उसे भूलो अपने योग प्राणायाम ध्यान रोज करो कोई दिन मत छोडो
इसमे बहुत सारे अच्छी इन्फॉर्मेशन दे गई जो युजफुल रहेगी ब्लॉग बहुत पसंद आ गया.Thank you so much