आज ही के दिन 30 नवम्बर 1967 को राजीव दीक्षित जी का जनम हुआ ओर आज ही के दिन 30 नवम्बर 2010 को उन्होंने अपने जीवन का बलिदान दे दिया
राजीव दीक्षित जी के कारण मेरे जीवन में बहुत कुछ बदला मैं भी राजीव दीक्षित जी से मिला था मै अपने को भाग्यशाली समझता हूं कि ऐसे सच्चे देश भक्त से मुझे मिलने का मौका मिला । जब भारत स्वाभिमान कि स्थापना हुई थी तब में उनसे मिला था पतंजलि योगपीठ में।
राजीव दीक्षित जी के हृदय में भारतीय संस्कृति को लेकर काफी अधिक पीड़ा थी और क्रांतिकारियों के लिए उनके हृदय में एक विशेष स्थान था उनकी कुछ 1 या 2 विडियो ऐसी है जिसमें वो क्रांतिकारियों पर व्याख्यान देते हुए उनकी आंखो में असू आगए । इसीसे उनके मन की पीड़ा को समझ सकते है शायद तब भी न समझ पाए क्योंकि उन्होंने जो अपने जीवन में त्याग किया है वो सभी के बस का नहीं
आज कुछ व्यक्ति जो अपने को देश भक्त कहने का भी दमभ भरते है वो भी राजीव भाई में कमियां निकालने को लगे रहते है खैर जिसकी जैसी सोच वैसा ही वो कार्य करेगा
आजादी के बाद आज वर्तमान में जो भारत में सवदेशी का प्रचार दिख रहा है वो राजीव जी के कारण ही है। उनका सवदेशी के प्रचार में एक महत्व पूर्ण योग दान रहा है।
आयुर्वेद का भी राजीव भाई ने काफी प्रचार किया मनुष्य स्वस्थ जीवन कैसे जिएं वो भी राजीव भाई ने लोगो को बताया आप सभी को आयुर्वेद पर राजीव जी के व्याख्यान जरूर सुनने चाहिए सच कहता हूं आपका जीवन निश्चित ही बदल जाएगा
बोलने की अद्भुत शेली राजीव दीक्षित जी जब बोलते थे व्याख्यान देते थे तो सुनने वाले बा सुनते ही रहजाते थे उनके जैसा आवाज का जादू आज ओर किसी के पास नहीं है जब आप राजीव भाई के व्याख्यान सुनने बैठते है तो पता ही भी चलता की 4 घंटे कब बित गए। जैसे ब्रह्मचारी रामप्रसाद बिस्मिल जी की जीवनी को हिंदी जगत को सर्वश्रेष्ठ आत्म कथा कहा जाता है उसी प्रकार यदि राजीव दीक्षित जी को हिंदी का सर्वश्रेष्ठ वक्ता कहा जाए तो कुछ भी अतिशयोक्ति या कुछ भी गलत नहीं होगा हो सकता है कुछ राग द्वेष रखने वाले मनुष्यों को ये बाते अच्छी न लगे चाहे किसी को कुछ भी लगे मै किसी की पसंद ओर ना पसंद से नहीं लिखता
राजीव दीक्षित जी को अपना आदर्श मानने वाले युवा आज भटके हुए है ये बात तो हम सभी जानते ही है की राजीव दीक्षित जी की हत्या हुई थी उनके चेहरे को देख कर ही पता चल रहा था की उन्हे विष दिया गया था। इसी बात को आधार बना कर काफ़ी भाई बाबा रामदेव पर आरोप लगते है की बाबा रामदेव जी ने उनकी हत्या करवाई है इसी बात में ज्यादातर युवा अपनी ऊर्जा नष्ट करते हैं । युवाओं को राजीव दीक्षित जी के सपने को पूरा करने में अपना समय लगाना चाहिए ये ही उनके हत्यारों के लिए सजा होगी आज लग भग सभी राजीव जी को जानते है अब युवाओं को स्वदेशी का अधिक से अधिक प्रचार करना चाहिए।

युवाओं को चाहिए की वो ब्रह्मचर्य व्यायाम प्राणायाम ईश्वर ध्यान करते हुए देश हित में कार्य करते रहे राजीव जी की जिसने भी हत्या कि हो ईश्वर उसे छोड़ने वाला नहीं है क्योंकि ईश्वर न्यायकारी है ।
स्वदेशी का प्रचार करे ये ही राजीव भाई को सच्ची श्रद्धांजलि होगी
Bhai apka milne ka sthan kaha par he
Very nice sir ji
Very nice
अति उत्तम जी
भाई मैने राजीव जी की काफी वीडियो देखी वो काम अच्छा कर रहे थे पर झूठ बहुत बोलते थे वो बी सफेद झूठ अगर किसीमे दिमाग हो तो उसे पता चल जायेगा नेहरू जी कि इतनी बुराई करी झूठ माट कि पर गांधी को हमेशा भगवान बनाया और आखिरी मै बाबा रामदेव ने पैसो के चक्कर मे राजीव जी को मरवा दिया।