yog nidra क्या है विधि क्या है ? क्या चमत्कार होता है शरीर में

Yog Nidra Kya Hai ? योग निंद्रा

yog nidra आज काफी व्यक्ति इसे yoga nidra बोलते है जबकि सही उच्चारण yog nidra होता है। ऐसे ही yog का नाम बिगाड कर yoga कर दिया है। जबकि सही उच्चारण yog होता है।

yog nidra in hindi
yog nidra kaise kare

मोदी जी ने एक ट्वीट करते हुए बताया की जब भी उन्हें समय मिलता है तो हफ्ते में एक या दो बार वो योग निद्रा का अभ्यास करते है

योग निद्रा क्या है जैसे की नाम से यह लगता है योग निद्रा यानी कि योग वाली नींद पर यह कोई साधारण नींद नहीं है यह नींद ऐसी है जो कि मात्र आप आधा घंटा ले लेते हैं तो आपकी पूरी थकान पूरा तनाव छूमंतर हो जाता है जैसे कि वह था ही नहीं योग निद्रा के स्वास्थ्य लाभ दोस्तों बहुत ही ज्यादा है।

यदि कोई व्यक्ति yog nidra को सही प्रकार से करना शुरू कर दे तो उसे दुनिया में कोई रोग होगा ही नहीं देखिए योग निद्रा में आप सोते नहीं हैं लेकिन आपका शरीर पूरा Relax तनाव रहित हो जाता है ऊर्जा से भर जाता है और जो ब्रह्मचर्य का पालन करते हैं उन्हें बहुत ही अधिक ऊर्जा मिलती है।

यहां पर लिखे शब्दों को यह ना सोचें कि बढ़ा चढ़ाकर लिख दिया गया है अभी आगे जब आप इस लेख को पढ़ेंगे और मैंने जो वीडियो बनाई है उसे देखेंगे और इस योगनिद्रा को सीखेंगे तो दोस्तों 1 महीने में आप इसमें पूरे पारंगत हो जाएंगे और फिर जो लाभ आपको मिलेंगे आप स्वयं ही बताएंगे कि हां अमित भाई आपने जो बताया था बिल्कुल सत्य था।

दोस्तों यह जो जानकारी आजा आप पढ़ने वाले हैं इसे पूरा पढ़कर अपने मित्रों के साथ में अपने सगे संबंधियों के साथ में सोशल मीडिया आदि स्थानों पर दूसरों के साथ में साझा जरूर से भी जरूर करना।

क्योंकि आप सभी जानते ही हैं कि आज सभी कितने भयभीत रहते हैं कितने डरे हुए हैं एक वायरस के कारण तो आपका सहयोग हो जाएगा इसमें कि उनका भला हो जाए जो इस जानकारी को नहीं जानते।

तो अब आप www.amitaryavart.com पर इस जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़िए

Yog Nidra ki jarurat kyu hai

योग निद्रा की जरूरत क्यों इस बात को वही समझ सकता है जो आज के समय में अधिक तनाव में रहता है जिसे उर्जा की कमी है जो दिमागी कार्य काफी अधिक करता है वही जान पाएगा इसको करने के बाद में कि आखिर योगनिद्रा की जरूरत क्यों है।

आज जैसा कि आप देखते हैं कितना तनाव भरा माहौल है और ऊपर से यह जो कोरोना वायरस है इसने लोगों को अंदर तक डरा दिया है अभी व्यक्ति घर के अंदर बैठा बैठा भी भयभीत है और सोच रहा है क्या उसके प्राण निकल जाएंगे।

मोदी जी ने इसीलिए इस विषय को साझा किया ताकि अधिक से अधिक व्यक्ति इसे कर पाए। और तनाव रहित रह सकें।

बल्कि मैं तो कहूंगा कि हर उस व्यक्ति को योग निद्रा की जरूरत है जो आज के समाज में रहता है बहुत ही ज्यादा उन व्यक्तियों को जरूरत है इसकी।

yoga nidra kon kon kar sakta hai

चलिए मित्रों अब हम जानते हैं आखिर इस योग वाली महत्वपूर्ण नींद को भला कौन कौन ले सकता है।

देखिए इसमें कोई उम्र की पाबंदी नहीं है जो भी व्यक्ति इस विधि को समझ पाए शब्दों को समझ पाए करने के तरीके को समझ पाए वह वह व्यक्ति इस योग वाली नींद से योग निद्रा से लाभ ले सकता है चाहे वह 6 साल का बच्चा हो चाहे 10 साल का हो चाहे 15 साल का हो चाहे वो 20 साल का हो चाहे 30 का हो 100 का हो चाहे कोई कितने भी साल का है जो इसे समझने के काबिल है वह इससे लाभ ले सकता है हानि इसकी कुछ भी नहीं है।

तो आपके मन में कोई भी सवाल हो की कोण करे कोण ना करे तो भाई इसे सभी कर सकते है।

क्या बीमार व्यक्ति योगनिद्रा का लाभ ले सख्त है ?

इसका जवाब है हाँ कोई बीमारी इसमें रुकावट पैदा नहीं करती सभी इसे करो।

yoga nidra benefits फायदा क्या है ?

चलिए अब हम जानते हैं कि योग निद्रा के फायदे क्या है इसके स्वास्थ्य health benefits क्या है। दोस्तों यदि आप तनाव में रहते हैं और आप यदि रोज योग निद्रा करते हैं तो आपका तनाव खत्म हो जाता है

यदि आप सुबह उठने के बाद में थका थका सा महसूस करते हैं थकान सी महसूस करते हैं तो योग निद्रा के कारण वह थकान आपकी खत्म हो जाती है

यदि आप कहीं बाहर से कार्य कर के थक हार कर आए हैं और आप चाहते हैं कि आपकी मांसपेशियों को विश्राम मिले और उन्हें बल मिले तो आप उसे योग निद्रा के द्वारा पूरा कर सकते है।

यदि आपको सांस से संबंधित कोई रोग है यदि आपके सिर में दर्द रहता है यदि आपकी आंखों में दर्द रहता है यदि आपके हाथ पैर दुखते हैं कोई भी समस्या है तो यदि आप लगातार योग निद्रा का अभ्यास करते हैं तो यह सारी समस्याएं धीरे-धीरे आपके शरीर से बाहर चली जाती हैं।

यदि आप में दर्द सहने की शक्ति नहीं है तो योग निद्रा करने से आपके अंदर दर्द को सहने की शक्ति भी आती है।

तो अब हमने जाना कि yog nidra के health benefits क्या है।

yoga nidra क्या ध्यान है ?

अब कुछ व्यक्तियों के मन में सवाल उठ सकता है क्या योग निद्रा ध्यान है।
तो भाई इस सवाल का जवाब है हां यदि आप इसे ध्यान के तरीके से करें यदि आप इसे सही विधि से करें तो यह आपके लिए ध्यान है और इसके द्वारा आप ईश्वर का ध्यान Meditation भी कर सकते हैं. कुछ व्यक्ति पूछते हैं की ध्यान कैसे करे। तो विधि को जान लीजिये आपको पता चलजाएगा की Meditation कैसे करे

आपके मन की एकाग्रता इतनी ज्यादा बढ़ जाती है दोस्तों कि मैं क्या बताऊं आप कुछ महीने इसको करके देखें इसका लगातार ज्यादा से ज्यादा इसका अभ्यास करके देखिए तब आपको पता चलेगा कि यह आपको कितना आगे लेकर गया है आप इसके द्वारा ईश्वर का ध्यान कितनी आसानी से कर पा रहे हैं।

Exercise के बाद योग निद्रा करने के लाभ

व्यायाम के बाद yog nidra के लाभ दोस्तों हम जब Exercises करते हैं तो काफी थक जाते हैं हमें तुरंत ऊर्जा की आवश्यकता होती है यदि Exercises के बाद में कोई ऐसा साधन आपको मिल जाए जो कि तुरंत आपकी मांसपेशियों को तनाव रहित कर दें उन्हें एकदम रिलैक्स कर दे तो वह अपनी ताकत काफी ज्यादा इकट्ठा कर पाते हैं और उनका जो ग्रोथ रेट है बढ़ जाता है।

यदि आप व्यायाम के बाद केवल 15 मिनट भी योग निद्रा कर ले तो आपको इतना ज्यादा लाभ मिलेगा कि आप इसको कभी भी छोड़ेंगे नहीं इसे नियमित रूप से अपने वर्कआउट में शामिल जरूर करेंगे यह मैं पूरी गारंटी से आपको कहता हूं इसीलिए व्यायाम करने वालों को yog nidra का अभ्यास जरूर करना चाहिए।

क्या रात को सोते समय योग निद्रा कर सकते है ?

क्या रात को सोते समय yog nidra की जा सकती है दोस्तों बिल्कुल की जा सकती है जिन व्यक्तियों को रात को नींद नहीं आती है यदि वह रात को yog nidra का अभ्यास करें तो उन्हें नींद आजाएगी निश्चित रूप से उन्हें नींद आजाएगी क्योंकि उनका दिमाग मन सब कुछ शांत हो जाएगा शरीर एकदम शांत हो जाएगा ऊर्जा से भर जाएगा जिसके कारण उनका तनाव खत्म होगा और उन्हें नींद जरूर आएगी।

देखिए शुरू शुरू में यह होता है कि जब हम योगनिद्रा करते हैं तो हमें नींद आ जाती है लेकिन लगातार जब अभ्यास करेंगे जब आप के अंदर जागरूकता जागृति बढ़ेगी तो आपको नींद आनी बंद हो जाएगी और आप पूरे मन से इस विधि को कर पाएंगे yog nidra को कर पाएंगे।

तो रात को सोते हुए भी आप योगनिद्रा का अभ्यास जरूर से भी जरूर कीजिए जिससे कि आपको रात को नींद अच्छी आए और सुबह जब आप उठे तो ऊर्जावान और एकदम तरोताजा बनकर ही उठे।

yog nidra खली पेट करे या खाना खाकर

योग निद्रा खाली पेट करें या खाना खा कर इस सवाल का जवाब यह है कि yog nidra हमेशा हमें खाली पेट करनी चाहिए ।

yog nidra हुई या कोई और ध्यान का अभ्यास हुआ व्यायाम का अभ्यास हुआ यह सभी चीजें हमेशा खाली पेट ही की जाती हैं तब इनका पूरा पूरा लाभ मिलता है और हानि का कोई चाहे भी चांस नहीं रहता है।

ब्रह्मचर्य में योग निद्रा से लाभ

ब्रह्मचर्य में योग निद्रा दोस्तों ब्रह्मचर्य में योग निद्रा का बहुत ही ज्यादा लाभ है यदि आप स्वप्नदोष जैसी समस्या से पीड़ित हैं और आप इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको योगनिद्रा का अभ्यास जरूर से भी जरूर करना चाहिए।

इस योग वाली नींद के कारण आपके विचार धीरे-धीरे खत्म होते चले जाएंगे मतलब कि बंद हो जाएंगे आने और रात को जब आप नींद लेंगे तो आपको कोई भी नकारात्मक विचार नहीं आएगा क्योंकि योग निंद्रा के द्वारा आपका काबू आपके मन पर हो जाता है जिसके कारण आपका मन आपके साथ में खेलता नहीं है

नकारात्मक विचार आपके अंदर प्रवेश नहीं करते हैं आपको वह परेशान नहीं करते हैं तो yog nidra का अभ्यास ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्तियों को जरूर से जरूर करना चाहिए इससे वह संपूर्ण लाभ ले सकते हैं।

ब्रह्मचर्य के उपाय में इस योगनिद्रा को भी जरूर जोड़ लीजिए।

yoga nidra की विधी क्या है ?

yog nidra की विधि चलिए दोस्तों अब हम विधि को भी जान लेते हैं जिसके लिए आपने इतना लंबा लेख यह पढ़ा है उम्मीद है कि आप हर चीज जान चुके होंगे क्योंकि विधि को जानने से ज्यादा जरूरी आपका पहले यह पूरा लेख पढ़ना जरूरी था क्योंकि इसके पीछे मनोवैज्ञानिक कारण होता है।

1 . सबसे पहले ढीले वस्त्र पहन ले सूती वस्त्र सही रहेंगे किसी ऐसे स्थान का चुनाव करें जो कि हवादार कमरा हो।

2 . यदि आप इसे सुबह कर रहे है खली पेट तो इसको करने से पहले 3 से 5 बाह्य प्राणायाम जरूर करे जिससे आपका मन काफी हद तक शांत हो जायेगा बाह्य प्राणायाम की विधि इस वीडियो में देखें

3 . अब एक साफ सी दरी बिछाले और शवासन में लेट जाएं। यदि मच्छर है तो जमीन पर बिछाने वाली मच्छर दानी का प्रयोग करें।

4 . शरीर को बिल्कुल ढीला छोड़ दें जैसे शरीर में जान ही नहीं है बिल्कुल ढीला छोड दें जैसे कोई मुर्दा होता है कोई हल चल नहीं होती।

5 . अब हम ईश्वर से प्रार्थन करेंगे मन ही मन की है प्रभु जैसे आप सदैव आनन्द में रहते है निर्भीक रहते उसी प्रकार मुझे भी आनन्द दीजिये मुझे भी निर्भीक बनाइये।

6 . ईश्वर से प्रार्थना के बाद अब हम अपने मन को पैर के अंगूठे पर ले जाएंगे और वहां ऐसा भाव बनाएंगे कि मेरा यह पैर का अंगूठा तनाव रहित हो रहा है इसमें जितने भी प्रकार की समस्याएं हैं रोग हैं वह दूर हो रहे हैं इसी प्रकार उंगलियों पर हम अपना ध्यान लगाएंगे।

7 . उंगलियों के बाद में पैर के तलवे पर अपना ध्यान ले जाएंगे और फिर तलवे के ऊपर वाले भाग पर अपना ध्यान ले जाएंगे , भाव मन में यही बना कर रखना है कि मेरा यह हिस्सा जहां में ध्यान लगा रहा हूं तनाव रहित हो रहा है इसके अंदर उर्जा आ रही है।

8 . इसी प्रकार आपको पूरा पैर अंगूठे से लेकर कूल्हे तक आना है फिर हम दूसरे पैर पर यही अभ्यास करेंगे वहां पर भी अंगूठे उंगलियों से लेकर ऊपर कूल्हे तक आना है।

9 . अब हम पेट पर इसका अभ्यास करेंगे पेट की मांसपेशियों पर अपना ध्यान लगाएंगे फिर से धीरे धीरे धीरे ऊपर छाती की तरफ और गले की तरफ आना है

10 . अब हम कमर के नीचे वाले हिस्से पर अपना ध्यान लगाएंगे कमर के नीचे वाले हिस्से से ध्यान लगाते लगाते पीठ की तरफ आएंगे

11 . अब हम अपने हाथ की तरफ ध्यान लगाएंगे पहले एक हाथ को चुन लीजिए अंगूठे और उंगलियों पर ध्यान लगाते हुए प्रत्येक इससे को महसूस करते हुए ऊपर कंधे पर आइए इसी प्रकार उल्टे हाथ पर जो अब दूसरा हाथ है उस पर भी इसी प्रकार अंगूठे को महसूस करते हुए कंधे तक आइए

12 . अब हम अपनी गले पर ध्यान लगाएंगे और गर्दन पर ध्यान लगाएंगे फिर ऊपर की तरफ आएंगे पीछे की तरफ कान वगैरह पर ध्यान लगाएंगे फिर आगे थोड़ी होठ नाक कान सिर की चोटी तक पूरा हिस्से पर ध्यान लगाएंगे

13 . अब इसके बाद आपको यह क्रिया वापिस उल्टी करनी है सिर की चोटी से लेकर पैर के अंगूठे तक आपको वापिस यही करते हुए जाना है।

14 . इसमें महत्वपूर्ण बात यह है कि आप जिस हिस्से पर ध्यान लगाएं वह हिस्सा आपको महसूस होता है यदि शुरुआत में वह हिस्सा महसूस नहीं होता है तब भी कोई बात नहीं कुछ समय के अभ्यास के बाद कुछ दिनों के बाद में वह अंग आपको पूरा पूरा महसूस होने लगेगा और वहां आपको ऐसे भाव बनाने हैं कि यहां इस अंग में ऊर्जा बढ़ रही है ताकत बढ़ रही है बल बढ़ रहा है इन हिस्सों के तनाव दूर हो रहे हैं यह भाव आपको अपने मन में बनाकर रखने हैं।

15 . हो सकता है यह करते करते आपको नींद आ जाए लेकिन कुछ दिनों के अभ्यास के बाद आपको नींद नहीं आएगी और आप पूरी जागरूक अवस्था में इस क्रिया को कर पाएंगे

16 . एक बात का और विशेष ध्यान रखें जैसे ही आपको कोई विचार घेर ले तो उसको तुरंत छोड़ कर वापस उस क्रिया पर लग जाए।

17 . दोस्तों मैंने इस क्रिया को पूरी पूरी रात भर भी किया है 4 से 5 घंटे लगातार किया है वह कैसे किया है शुरुआत में पैर के अंगूठे से लेकर सिर की चोटी तक अभ्यास किया सिर की चोटी से लेकर पैर के अंगूठे तक गया और फिर मैं बिल्कुल शांत होकर पूरे शरीर को एक साथ महसूस करते हुए लेटा रहा और आप यकीन नहीं मानेंगे कि सुबह तक में इसी प्रकार लेटा रहा और मुझे नींद भी नहीं आई मुझे सब पता चल रहा था कि कमरे में क्या हो रहा है और मैं ऐसी अवस्था में था नींद की अवस्था भी थी और बगैर नींद की भी थी ये शरीर विश्राम भी कर रहा था और मुझे यह भी पता था कि कमरे में हो क्या रहा है पंखा चल रहा है तो उसकी आवाज मुझे साफ़ सुनाई दे रही थी। और जब में सुबह उठा तो कोई थकान नहीं थी।

yog nidra पूरी वीडियो आप यहां से देखिये

योग निद्रा वीडियो

योग निद्रा का मंत्र क्या है ?

योग निद्रा का मंत्र क्या है? इसके बारे में काफी व्यक्ति पूछते रहते हैं अब भाई भला मंत्र क्या होगा मंत्र तो वही होगा जो ईश्वर का मुख्य नाम होता है यानी कि ओ३म्

देखिए आप इस बात को समझिए काफी व्यक्ति अपने घर के मंत्र भी बना देते हैं लेकिन हमारे लिए श्रेष्ठ मंत्र हर किसी के लिए वही है जो ईश्वर का मुख्य नाम है क्या तो आप ओ३म् का जाप कीजिए इसमें या फिर आप गायत्री मंत्र का जाप कीजिए विधि आपने ऊपर देख ही ली है तो करना क्या है जब आप पूरी विधि कर ले तो शांति से लेट जाइए लेटे रहिए और पूरे शरीर को ढीला छोड़ कर अपना ध्यान अपने माथे पर ले जाकर बार बार ओ३म् का उच्चारण कीजिए या फिर गायत्री मंत्र का उच्चारण कीजिए यही योग निद्रा का मंत्र है

योगनिद्रा संगीत क्या है ?

योग निद्रा संगीत क्या है इसके बारे में अब हम जान लेते हैं देखे दोस्तों संगीत से भी मन प्रसन्न हो जाता है और जोश से भर जाता है मन शांत हो जाता है यदि आप योग निद्रा करते समय अपने आसपास एक अच्छा सा म्यूजिक बजाएं जैसे कि जिसमें कि बार-बार ओ३म् की ध्वनि हो रही हो और आप उसकी तरफ अपना ध्यान लगाएं शरीर को ढीला छोड़ कर तो यह आपके शरीर को लाभ देगा मन शांत हो जायेगा इसी को आप योगनिद्रा का संगीत कह सकते हैं।

योग निद्रा इन हिंदी MP3

आप योगनिद्रा MP3 में ऊपर जो मैंने वीडियो डाली है अपनी उसको बजा सकते हैं और जैसे उसमें बताया गया है उसी तरीके से आप पूरा का पूरा ध्यान कर सकते हैं।

योग निद्रा साइड इफेक्ट्स

सोचने वाली बात यह है क्या योग निद्रा से कोई साइड इफेक्ट्स हो सकता है दोस्तों योग निद्रा से कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है बस आपको थोड़ी सावधानी रखनी पड़ती है कि जब आप योग निद्रा करने जाएं तो जितनी देर तक करें उतनी देर तक वहां पर कोई शोर मचाने वाला ना हो अचानक से कोई तेज चिल्लाने वाले ना हो आपको कोई बीच में टोकने वाला ना हो क्योंकि यदि कोई आप को बीच में टोकता है शोर मचाता है तो एकदम से चित भंग होने के कारण दिमाग में हलचल मच जाती है जैसे कि सिर में दर्द होना थोड़ा दिमाग में एकदम से झटका सा लगना ऐसा महसूस हो सकता है।

योग निद्रा का समय

योग निद्रा करने का सबसे अच्छा समय क्या है अब इसके विषय में बात कर लेते हैं देखे दोस्तों सबसे अच्छा समय है सुबह का और बाकी आप दिन में किसी भी समय खाली पेट कर सकते हैं या फिर आप रात को सोने से पहले उसको कर सकते हैं कोई दिक्कत नहीं लेकिन आप अधिकतर इसको सुबह सुबह कीजिए बाकी जब थक कर आए तब भी आप इसको कर सकते हो और इसका काफी अच्छा परिणाम आपको मिलेगा।

निद्रा का महत्व

यदि योग निद्रा के महत्व की बात की जाए तो योग निद्रा का महत्व बहुत ही ज्यादा है यह आपके पूरे जीवन को पूरी दिनचर्या को बदल देता है आपके शरीर को तनाव रहित कर देता आपके शरीर को ऊर्जावान बना देता है आपकी एकाग्रता को बढ़ा देता आपके सोचने समझने की क्षमता को बढ़ा देता है तो इसका महत्व तो बहुत ही ज्यादा है।

सावधानी

yog nidra में सावधानी बस इतनी रखनी है कि जब आप यह अभ्यास कर रहे हो तो बीच में आप को छेड़ने वाला कोई ना हो आपको उठाने वाला परेशान करने वाला कोई ना हो क्योंकि जब हमारी एकाग्रता इतनी गहरी हो जाती हमारे शरीर में तब आपको कोई अचानक से तेज आवाज से उठाये बिच में टोके तो आपके दिमाग में एक झटका सा लगता है क्योकि मेरे साथ ये हो चूका है।

यदि आप मेरे कार्य को सहयोग करना चाहते है तो आप मुझे दान दे सकते है। ताकि में स्वतंत्र होकर अपना अधिक समय वैदिक धर्म के प्रचार में लगा सकूँ दान देने के लिए Donate Now बटन पर क्लिक कीजिये।

10 thoughts on “yog nidra क्या है विधि क्या है ? क्या चमत्कार होता है शरीर में”

  1. मैं इसे १ हफ्ते से कर रहा हूं।
    जय श्रीराम 🚩🚩🚩🚩🚩

    Reply
  2. Kehata hai ek swastha admi ko 8 ghante ki nind lani cahiyaee,too kya agar koii 5ghante sota hai aur aadha ghanta yog nindra kar la to kya uska 8ghante ka nind pura ho jata hai..plzzz reply kar ka bataayaee

    Reply
    • भाई योग निद्रा करो या ना करो लेकिन 6 घंटे की नींद तो लेनी ही चाहिए एक युवक को स्वस्थ इंसान को 6 घंटे की नींद काफी होती है। नींद अपनी जगह है और योग निद्रा अपनी जगह योग निद्रा से पुरे शरीर का तनाव दूर हो जाता है। कभी कभी काम नींद से काम चल जाता है पर रोज नहीं

      Reply
      • Jai ram ji ki bhia
        Mike 15 din hogye raat ko nind nhi aati apke khe restey per chal rha hu , fir b nind nhi aati 3 gnte nind aati hae bus, sarir Mae urja safurti takat Mae koi kmi nhi aaayi ,iska koi upar vicharna you tube per , Puri urja hae sirf 3 gnte ki nind lene per b , muje koi samasya to nhi hojayegi aage , is per video bnana
        Jai Shri Ram

        Reply
  3. Beech mein jab kisi ang par dyaan hota hai tab saans phul jaati hai, ek do baar lambe gehre saans lekar theek ho jata hai.
    Bhai kripya bataaye aisa kyu?

    Reply
    • भाई ऐसा इसलिए क्योंकि आपके शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है फिर शरीर ऑक्सीजन मांगता है लगातार अभ्यास से सब ठीक हो जाएगा , आप एक काम किया करो रोज सुबह 30 मिनट लम्बे गहरे सांस लेने और छोड़ने की क्रिया जरूर किया करो।

      Reply
      • अमित भईया मेरा नाम अनुराग है । मैं वेदिक विचारधारा से बहुत प्रभावित हूँ । मैं vishudh मनुस्मृति पढना चाहता हूँ पर विध्यार्थी होने के कारण मैं मनुस्मृति नहीं खरीद पा रहा ।
        आपकी बड़ी कृपा होगी यदि आप उप्लब्ध करा सके ।
        आपकी आज्ञा हो तो मैं अपना पता बताऊँ ।
        एक दिन हमे अवश्य मिलना है।

        Reply

Leave a Comment