ध्यान से कुंडली शक्ति जागेगी 8 नियम जानलो
ध्यान की प्राचीन विधि जो हमारे श्रेष्ठ पूर्वज करते आए थे उसी के बारे में बाते करेंगे
1
नियमो का पालन
नियमो का पालन
सत्य बोलना, मन वचन कर्म वाणी से हिंसा नही करना, ध्यान में सहायक पुस्तके पढ़ना विद्वान सन्यासियों को सुनना, ब्रह्मचर्य का पालन करना वीर्य रक्षा आदि
सत्य बोलना, मन वचन कर्म वाणी से हिंसा नही करना, ध्यान में सहायक पुस्तके पढ़ना विद्वान सन्यासियों को सुनना, ब्रह्मचर्य का पालन करना वीर्य रक्षा आदि
2
ईश्वर पर्णिधान
ईश्वर पर्णिधान
खाते पीते हर समय ईश्वर का स्मरण बनाए रखना ईश्वर मुझे देख रहा है एसा भाव बनाकर रखना
खाते पीते हर समय ईश्वर का स्मरण बनाए रखना ईश्वर मुझे देख रहा है एसा भाव बनाकर रखना
3
आसन की सिद्धि
आसन की सिद्धि
किसी भी आसन में लम्बे काल तक सुख पूर्वक बैठना धीरे धीरे अभ्यास से आसन सिद्ध होगा
किसी भी आसन में लम्बे काल तक सुख पूर्वक बैठना धीरे धीरे अभ्यास से आसन सिद्ध होगा
4
धारणा
धारणा
धारणा
का अभ्यास बनाए शरीर में मुख्य उर्जा के स्थानों पर मन को अधिक देर एकाग्र रखना
धारणा
का अभ्यास बनाए शरीर में मुख्य उर्जा के स्थानों पर मन को अधिक देर एकाग्र रखना
5
धारणा के मुख्य स्थान
धारणा के मुख्य स्थान
माथा , नाक , जीभ का अगला भाग, गला , ह्रदय प्रदेश दोनों फेफड़ो के बिच , नाभि प्रदेश
माथा , नाक , जीभ का अगला भाग, गला , ह्रदय प्रदेश दोनों फेफड़ो के बिच , नाभि प्रदेश
6
मन को शुक्ष्म बनाने के लिए सांसो पर ध्यान लगाने का अभ्यास करना
मन को शुक्ष्म बनाने के लिए सांसो पर ध्यान लगाने का अभ्यास करना
8
रोज
सुबह और शाम 1 घंटे अभ्यास जरुर करना
रोज
सुबह और शाम 1 घंटे अभ्यास जरुर करना
विस्तार से पूरी जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें
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